Class 12th Physics Objective Question: बिहार बोर्ड की कक्षा 12वीं की परीक्षा नजदीक है, और लाखों छात्र इस परीक्षा में अच्छे अंकों से पास होने का सपना देख रहे हैं। भौतिकी जैसे महत्वपूर्ण विषय में सफलता पाने के लिए अभ्यास करना बेहद जरूरी है। आपकी तैयारी को मजबूत करने के लिए हम लेकर आए हैं Bihar Board Class 12 Physics Online Test Free। यह टेस्ट न केवल आपकी तैयारी को परखेगा, बल्कि उन टॉपिक्स पर भी ध्यान केंद्रित करने का मौका देगा, जहां सुधार की जरूरत है।
टेस्ट की खासियत
- टेस्ट में 30 सवाल होंगे, जो बिहार बोर्ड के पैटर्न पर आधारित हैं।
- 25 सवाल सही करके दिखाना आपका लक्ष्य होगा।
- टेस्ट पूरा करने के तुरंत बाद परिणाम मिलेगा।
- गलत उत्तरों का विश्लेषण भी उपलब्ध होगा, जिससे आप अपनी कमजोरियों पर काम कर सकते हैं।
अभ्यास क्यों जरूरी है?
यह ऑनलाइन टेस्ट आपको अपनी तैयारी को बेहतर ढंग से परखने का अवसर देगा। अगर आप 30 में से 25 सही जवाब दे सकते हैं, तो आप भौतिकी में अच्छे अंक हासिल करने के लिए तैयार हैं। तो देर मत कीजिए, आज ही यह टेस्ट देकर अपनी सफलता सुनिश्चित करें!
Class 12th Physics Objective Question – Chapter
- विधुत आवेश तथा क्षेत्र: इस विषय में आपको विद्युत आवेश, विद्युत क्षेत्र, और उनके गुणधर्मों के बारे में जानकारी प्राप्त करनी होगी। महत्वपूर्ण बिंदुओं में कूलॉम्ब का नियम और विद्युत क्षेत्र की गणना शामिल हैं।
- स्थिर विधुत विभव तथा धारिता: विद्युत विभव और धारिता की अवधारणाओं को समझना आवश्यक है। इससे आपको बैटरी और कैपेसिटर की कार्यप्रणाली को समझने में मदद मिलेगी।
- विधुत धारा: इसमें विद्युत धारा, ओम का नियम और विद्युत सर्किट के बारे में जानकारी प्राप्त करनी होती है।
- गतिमान आवेश और चुम्बकत्व: इस खंड में आप चुम्बकत्व के मूल सिद्धांत और गतिमान आवेश के प्रभावों को समझेंगे।
- चुम्बकत्व एवं द्रव्य: इस विषय में चुम्बकीय गुणधर्म और उनके प्रभावों का अध्ययन किया जाता है।
- विधुत बोस्नियाई प्रेरण: इसमें प्रेरण और उसके उपयोगों का अध्ययन शामिल है।
- प्रत्यावर्तक धारा: इसमें प्रत्यावर्तक धारा के सिद्धांत और गणना की विधियाँ शामिल होती हैं।
- तरंगित तरंगें: तरंगों की विशेषताएँ, उनके प्रकार और गणना की विधियाँ महत्वपूर्ण हैं।
- किरण प्रकाशिकी एवं प्रकाशिक यंत्र: इसमें प्रकाश की किरणें, उनकी परिभाषा और प्रकाशिक यंत्रों का अध्ययन किया जाता है।
- तरंग प्रकाशिकी: इसमें तरंगों की तरंग लंबाई, आवृत्ति और अन्य विशेषताओं का अध्ययन शामिल है।
- विकिरण तथा द्रव्य की द्वैत प्रकृति: विकिरण और द्रव्य की द्वैत प्रकृति के सिद्धांतों को समझना महत्वपूर्ण है।
- अर्धचालक इलेक्ट्रॉनिक पदार्थ, युक्तियाँ और सरल परिपथ: अर्धचालक पदार्थ, उनकी विशेषताएँ और उनका उपयोग कैसे किया जाता है, इस पर ध्यान केंद्रित करना होगा।
- संचार व्यवस्था: इसमें संचार प्रणाली, उनके प्रकार और उनका कार्यप्रणाली शामिल होती है।
Bihar Board Physics Online Test
Results
#1. किसी आवेशित गोलीय खोखले चालक के भीतर विद्युत तीव्रता होती है –
#2. इलेक्ट्रॉन का विशिष्ट आवेश होता है –
#3. जब कोई वस्तु ऋणावेशित हो जाती है तो इसका द्रव्यमान क्या होता है।
#4. समानान्तर प्लेट संधारित्र के प्लेटों के बीच परावैधुत पदार्थ डालने पर संधारित्र की धारिता –
#5. स्थिर विधुतीय क्षेत्र होता है
#6. . दो चालकों के बीच आवेश के वितरण से होने वाली ऊर्जा की हानि निर्भर करती है –
#7. . एक समविभवी तल के एक बिन्दु से दूसरे बिन्दु तक ले जाने में आवेश पर क्षेत्र द्वारा किया गया कार्य होगा –
#8. एक आवेशित चालक की सतह के किसी बिन्दु पर विद्युतीय क्षेत्र की तीव्रता
#9. विद्युत आवेश का क्वांटम e.s.u.मात्रक में होता है
#10. एक ही पदार्थ के धातु के दो गोले A तथा B दिये गये हैं। एक पर +Q आवेश तथा दूसरे पर -Q आवेश दिया गया है
#11. प्रत्येक r त्रिज्या तथा qआवेश से आवेशित आठ छोटे बूंदों को मिलाकर एक बड़ा बूंद बनाया जाता है तो बड़े बूंद की स्थितिज ऊर्जा प्रत्येक छोटे बूंद की तुलना में –
#12. 14. किसी विभवमापी की संवेदनशीलता को बढ़ाने के लिए
#13. अलग-अलग त्रिज्याओं के दो गोलों पर समान आवेश दिये जाते हैं तो विभव होगा
#14. एक विद्युत् द्वि-ध्रुव एक पृष्ठ से घिरा हुआ है। पृष्ठ पर कुल फ्लक्स होगा –
#15. किसी वस्तु पर आवेश की न्यूनतम मात्रा कम नहीं हो सकती।
#16. . एक वैद्युत द्विध्रुव एक पृष्ठ से घिरा हुआ है। पृष्ठ पर कुल विद्युत फ्लक्स होगा –
#17. वैधुत क्षेत्र में किसी द्विध्रुव को घुमाने में किया गया कार्य होता है –
#18. दो आवेशों के बीच की दूरी दुगुनी करने के बीच का बल –
#19. किसी संधारित्र की धारिता व्युत्क्रमानुपाती होती है
#20. एक विद्युत द्विध्रुव के अक्ष पर r दूरी पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता E1 तथा लम्ब-अर्द्धक रेखा पर r दूरी पर तीव्रता E2 है। E1 एवं E2 के बीच का कोण 0 है। E1 : E2 एवं 0 होंगे।
#21. किसी अनावेशित वस्तु पर एक कूलम्ब आवेश होने के लिए उसमें से निकाले गये इलेक्ट्रॉनों की संख्या होगी
#22. एक लंबे समरूप आविष्ट सीधे तार से दूरी ‘r’ पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता E1 एवं दूरी 2r पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता E2 है। E1 एवं E2 का अनुपात होगा :
#23. एक आवेशित चालक का क्षेत्र आवेश घनत्व σ है। इसके पास विद्युत क्षेत्र का मान होता है
#24. एक समांतर प्लेट संधारित्र में परावैधुतांक 6 वाला परावैधुत भरना है। प्लेटों के बीच की दूरी कितनी गुनी कर देने पर धारिता पूर्ववत् बनी रहेगी ?
#25. . दो धनावेशों (q) को एक-दूसरे से ‘a’ दूरी पर लाने में 2mJ कार्य करना पड़ता है। आवेशों q एवं -q को एक-दूसरे से दूरी पर लाने में कार्य होगा –
#26. आवेश का S.I. मात्रक होता है
#27. फ्लक्स घनत्व का मात्रक होता है –
#28. त्रिज्या 1 cm के दो चालक गोले 1m से वियुक्त हैं। दोनों पर समान आवेश 1mC दिया गया है। एक गोले का विभव v० है। अनंत पर विभव शून्य है। दूरी से सम्पर्क में लाने में किया गया कार्य –
#29. एक गोलीय चालक आविष्ट किया जाता है। इसके केन्द्र पर वैधुत क्षेत्र की तीव्रता होगी
#30. विधुत् क्षेत्र में एक द्विध्रुव का आघूर्ण आघूर्ण वाला एक विद्युतीय द्विध्रुव विद्युतीय क्षेत्र = pÎ है। इसकी स्थितिज ऊर्जा होगी –
इस प्रकार, भौतिकी में वस्तुनिष्ठ प्रश्नों की तैयारी आपकी परीक्षा की सफलता के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। सही तैयारी के लिए आवश्यक संसाधनों और तरीकों की जानकारी प्राप्त करने के लिए इस आलेख को पढ़ना आपके लिए सहायक साबित हो सकता है।
निष्कर्ष
भौतिकी में सफलता प्राप्त करने के लिए सही संसाधनों और तैयारी की दिशा की पहचान अत्यंत आवश्यक है। वस्तुनिष्ठ प्रश्नों की तैयारी करते समय, उपयुक्त अध्ययन सामग्री और संसाधनों का उपयोग करना आपके परिणामों को बेहतर बना सकता है। सही दिशा में की गई मेहनत आपको परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने में मदद करेगी।